Thursday, April 16, 2020

बेसल मानक

स्विट्जरलैंड का एक शहर है बेसल जोकि ब्यूरो ऑफ इंटरनेशनल सेटेलमेंट (BIS) का मुख्यालय है बीआईएस का लक्ष्य है आर्थिक स्थिरता तथा बैंकिंग विनियमन ओं का एक समान मानक भारत में बैंकिंग प्रणाली के लिए बेसल समझौते को स्वीकार किए हैं| बेसल 1- इसके तहत समूचा ध्यान ऋण जोखिमों  पर दिया जाता है इसकी शुरुआत 1988 में हुई थी तथा भारत ने इसे 1999 में अपनाया था। बेसल 2- वर्ष 2004 से इसके दिशा निर्देशों को प्रकाशित किया गया यह दिशानिर्देश की तीन मापदंड इस प्रकार हैं a-बैंक, जोखिम परिसंपत्तियों का 9% पूंजी पर्याप्तता अनुपात के न्यूनतम रूप में बनाए रखेंगे। b - बैंकों द्वारा बेहतर जोखिम प्रबंधन तकनीकी का विकास किया जाएगा जिसको केंद्रीय बैंक के सामने प्रस्तुत करना अनिवार्य है| बेसल 3- यह दिशा निर्देश 2010 से लागू किए गए हैं इसके अंतर्गत महत्वपूर्ण बैंकिंग मापदंड जैसे पूंजी, लाभ कमाने ,तरलता तथा बैंकिंग प्रणाली को अधिक लचकदार बनाना है शामिल है आरबीआई ने 2014 में भारतीय बैंकों में बेसल की मांगों की समय सीमा को बढ़ाकर 31 मार्च 2019 कर दिया था।pic source - google 

No comments:

Post a Comment

Socialism in Europe and the Russian revolution class 9

The Age of Social Change:  The French Revolution opened up the possibility of creating a dramatic change in the way in which society was str...