Saturday, April 25, 2020

नूर सैटेलाइट

हाल ही में ईरान ने अपना पहला सैन्य सैटेलाइट नूर को 425 किलोमीटर ऊंचाई पर कक्षा में स्थापित किया है इस वैश्विक महामारी के समय यह उपग्रह अमेरिका तथा ईरान के मध्य और ज्यादा तनाव की उपस्थिति पैदा कर देगा। ईरान के इस उपग्रह को ईरान के ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने लांच किया है जिसको मैसेंजर सेटेलाइट लांचर के माध्यम से भेजा गया है ।इसमें ठोस तथा तरल दोनों प्रकार कि  ईंधन  की तकनीकी का उपयोग किया गया है। अमेरिका तथा ईरान के मध्य वर्ष 2015 में की गई एक सैन्य समझौता था जिसके तहत ईरान अपने सैन्य उपकरणों तथा परमाणु परीक्षण को कम करेगा जिसमें ईरान ने अमेरिका सहित फ्रांस, जर्मनी,pic source - google  चीन, ब्रिटेन ,रूस आदि के साथ संधि समझौता किया था जिसको अमेरिका ने ईरान के ऊपर यह कहते हुए आक्षेप किया कि ईरान इस संधि का उल्लंघन कर रहा है और अपने परमाणु परीक्षण लगातार चालू किए हैं ऐसे में अमेरिका ने ईरान से इस संधि से अलग हो गया है एवं हाल ही में अमेरिका के ड्रोन हमलों में ईरान के सर्वोच्च सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत से दोनों देशों के मध्य और भी गंभीर संकट के बादल उभर आए हैं ऐसे में ईरान द्वारा किए गए यह नूर सैन्य उपग्रह दोनों देशों के शत्रुता को और प्रज्ज्वलित करेगा।

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